Getting My हल्दी के चमत्कारी फायदे To Work
यह शरीर के इम्यून सिस्टम को काफी मजबूत करती है
कच्ची हल्दी को दूध में उबालकर इसका सेवन किया जा सकता है।
शरीर में किसी प्रकार की सूजन को कम करने में हल्दी सहायक होती है
इस वेबसाइट का मूल उद्देश्य लोगो को भारतीय चिकित्सा पद्धति आर्युवेद के प्रति जागरूक करना है । यहां पर दी गई जानकारी सिर्फ आपकी जानकारी को बढ़ाने के लिए है। अलग-२ शरीर की अलग-२ प्रकृति होती है, इसी कारण किसी भी रोग में इस जानकारी का उपयोग किसी वैध की सलाह से ही करे अन्यथा फायदे की बजाए नुकसान भी पंहुचा सकती हैं । किसी भी गंभीर रोग में किसी भी नुस्खे का सेवन करने से पूर्व चिकित्सक की सलाह अवश्य ले लें ।
कान के बहने में आराम पाने के लिए पानी में हल्दी डालकर उबाले छानकर इसे कान में डालें।
जोड़ों में होने वाले दर्द एवं सूजन में भी हल्दी बहुत फायदेमंद हो सकती है क्योंकि इसमें उष्ण एवं शोथहर गुण होते है। इसके सेवन से ये अपनी गर्माहट के कारण दर्द से जल्दी आराम दिलाने में मदद करती है।
हल्दी के नियमित सेवन से पीलिया और पित्ताशय की पथरी की समस्या वाले लोगो को समस्या हो सकती है इसलिए वे इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करे।
मात्रा – हल्दी की मात्रा की बात की जाए तो सब्जी बनाते वक्त एक चौथाई चम्मच या उससे थोड़ी कम हल्दी डाल सकते हैं। वहीं, एक गिलास हल्दी दूध में चुटकी भर हल्दी Source का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर कोई हल्दी का सप्लिमेंट लेना चाहता है, तो अच्छा होगा कि इस विषय में डॉक्टरी परामर्श लिया जाए। वैसे, हल्दी की तासीर गर्म होती है, तो इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
आइये जानते हैं कि हल्दी के सेवन से किन रोगों में आराम मिलता है और इसका सेवन किस तरह करना चाहिए।
हल्दी और करक्यूमिन का सेवन करना फायदेमंद ही होता है लेकिन यह कुछ मामलों में नुकसानदायक भी हो सकती है। ज्यादा मात्रा में हल्दी लेने से संभावित जोखिम हो सकते है।
अधिक मात्रा हल्दी की ग्रहण करने पर गुर्दे में पथरी का खतरा बढ़ जाता है।
जी हाँ, हल्दी में खून काे पतला करने का गुण मौजूद होते है।
हल्दी का उपयोग घरेलू फेसपैक के तौर पर किया जा सकता है।
• हल्दी को सेक कर इसका मंजन बनाकर उपयोग किया जाता है।