New Step by Step Map For हल्दी के चमत्कारी फायदे



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इन गोलियों को दर्द देने वाले दांतों के नीचे रख लें और दबा लें इससे दांत का दर्द ठीक हो जाता है।

हल्दी एक मसाला है और जड़ीबूटी भी है। यह करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है, जो अदरक परिवार में एक बारहमासी है। हल्दी का सबसे प्रमुख सक्रिय अंश है करक्यूमिन। करक्यूमिन हल्दी को पीला रंग देता है।

इस वेबसाइट का मूल उद्देश्य लोगो को भारतीय चिकित्सा पद्धति आर्युवेद के प्रति जागरूक करना है । यहां पर दी गई जानकारी सिर्फ आपकी जानकारी को बढ़ाने के लिए है। अलग-२ शरीर की अलग-२ प्रकृति होती है, इसी कारण किसी भी रोग में इस जानकारी का उपयोग किसी वैध की सलाह से ही करे अन्यथा फायदे की बजाए नुकसान भी पंहुचा सकती हैं । किसी भी गंभीर रोग में किसी भी नुस्खे का सेवन करने से पूर्व चिकित्सक की सलाह अवश्य ले लें ।

आपको सप्लीमेंट्स नहीं लेना है तो हल्दी को खाना पकाने में इस्तेमाल कर सकते है।

हल्दी गॉलब्लैडर और अन्य डाइजेस्टिव एंजाइमों में पित्त के उत्पादन को बढ़ाकर आपके पाचन को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। हल्दी सूजन के लक्षणों को कम करने और आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मदद करती है। साथ ही साथ यह वजन घटाने में भी मददगार होती है।

सामान्यतः १ से २ ग्राम हल्दी का रोज सेवन कर सकते है। यदि आप किसी बीमारी में हल्दी का उपयोग कर रहे है तो पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर Source लें।

• हल्दी का हेयर मास्क बनाकर उपयोग किया जाता है।

हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका इस्तेमाल सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है, लेकिन गर्म तासीर की होने के कारण अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त, पाचन में दिक्कत जैसी अन्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। नकसीर और बवासीर जैसे रक्तस्राव की समस्याएं होने पर भी गर्म तासीर वाली हल्दी के सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए।

कच्ची हल्दी के फायदे जानने के बाद यहां हम कच्ची हल्दी के उपयोग के कुछ तरीके बता रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कच्चा हल्दी कैसे खाएं –

दूध में हल्दी डालकर पीने से क्या होता है?

इन तमाम हल्दी के फायदे जानने के बाद यह कहा जा सकता है कि हल्दी गुणों का खजाना है। हल्दी का उपयोग कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव में सहायक हो सकता है। ऐसे में इसकी सीमित मात्रा का उपयोग कर इसके स्वास्थ्य लाभ उठाएं जा सकते हैं। ध्यान रहे कि हल्दी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका असर धीरे-धीरे हो सकता है। इसलिए, हल्दी के औषधीय गुण के असर के लिए संयम के साथ इसका सेवन करें और परिणाम का इंतजार करें। साथ ही लेख में हल्दी के नुकसानों के बारे में भी बताया गया है, इसलिए हल्दी का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करें। स्वस्थ खाएं और सेहतमंद रहें।

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